बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट 2024 (Bihar Board 10th Result Out Now) का आज इंतजार खत्म हुआ और इस साल आदर्श कुमार नाम के एक छात्र ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया है। आदर्श कुमार की कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि वह समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं और उनके पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं।
आदर्श ने कुल 500 अंकों में से 488 अंक हासिल किए हैं, जो उनकी कड़ी मेहनत और लगन का प्रमाण है। अपनी इस शानदार सफलता का श्रेय आदर्श ने अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है। उनका कहना है कि यह सफलता उनके प्रोत्साहन और समर्थन के बिना संभव नहीं थी। भविष्य की योजनाओं के बारे में बात करते हुए आदर्श ने बताया कि उनका सपना आईआईटी में दाखिला लेकर एक सफल इंजीनियर बनना है।
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आदर्श की प्रेरणादायक यात्रा:
आदर्श की सफलता सिर्फ परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने से कहीं ज्यादा है। यह उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। आदर्श ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल में हासिल की। बचपन से ही मेहनती और होनहार छात्र रहे आदर्श ने हमेशा अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता दी। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे।
अन्य टॉपरों की झलक:
आदर्श ने भले ही दूसरा स्थान प्राप्त किया हो, लेकिन इस साल बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा में कई अन्य छात्रों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। इनमें शामिल हैं:
शिवानकर, पूर्णिया:
बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2024 के परिणाम आज घोषित किए गए, और शिवानकर नाम के एक छात्र ने पूरे राज्य में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। शिवानकर पूर्णिया जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने 500 में से 495 अंक प्राप्त किए हैं।
शिवानकर की सफलता का श्रेय:
शिवानकर अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को देते हैं। उनका कहना है कि उनके प्रोत्साहन और समर्थन के बिना यह सफलता संभव नहीं थी।
भविष्य की योजनाएं:
शिवानकर का सपना IIT में दाखिला लेकर एक सफल इंजीनियर बनना है। वे देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं।
शिवानकर की सफलता का संदेश:
शिवानकर की कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। यह दर्शाता है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी सफलता प्राप्त कर सकता है।
आदर्श कुमार:
आदर्श ने कुल 500 अंकों में से 488 अंक हासिल किए हैं | आदर्श कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया है। आदर्श कुमार की कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि वह समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं और उनके पिता एक दिहाड़ी मजदूर हैं।
पूनम कुमारी, मुजफ्फरपुर:
बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2024 के परिणाम आज घोषित किए गए, और पूनम कुमारी नाम की छात्रा ने पूरे राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। पूनम मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली हैं और उन्होंने 500 में से 490 अंक प्राप्त किए हैं।
पूनम बचपन से ही मेहनती और होनहार छात्रा रही हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एक सरकारी स्कूल में प्राप्त की। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने अपनी पढ़ाई पर हमेशा ध्यान केंद्रित किया और लगातार कड़ी मेहनत करते रहे।
पूनम की सफलता का श्रेय:
पूनम अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को देती हैं। उनका कहना है कि उनके प्रोत्साहन और समर्थन के बिना यह सफलता संभव नहीं थी।
भविष्य की योजनाएं:
पूनम का सपना IAS अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। वे महिला सशक्तिकरण के लिए भी काम करना चाहती हैं।
पूनम की सफलता का संदेश:
पूनम की कहानी उन सभी छात्राओं के लिए प्रेरणा है जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखती हैं। यह दर्शाता है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कोई भी सफलता प्राप्त कर सकता है।
आदर्श की कहानी इस बात का जीता जागता सबूत है कि सफलता पाने के लिए धन-दौलत का होना जरूरी नहीं है। कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और सपनों को पूरा करने का जुनून ही सफलता का असली मंत्र है। आदर्श की सफलता न केवल उन्हें बल्कि पूरे समाज को गर्व से भर देती है।
क्या है आगे की राह:
अपनी शानदार उपलब्धि के बाद आदर्श अब आईआईटी में प्रवेश परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं। उनका सपना देश के विकास में एक कुशल इंजीनियर के रूप में योगदान देना है। हम आदर्श को उनकी इस शानदार सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देते हैं और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा 2024: कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े
- कुल छात्र: 16,64,252
- पासिंग प्रतिशत: 82.91%
- पिछले साल के पासिंग प्रतिशत से वृद्धि: 2.17%
- टॉप 10 में शामिल छात्रों की संख्या: 51
- टॉप 5 में शामिल लड़कियों की संख्या: 3
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
- इस साल बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में 16,64,252 छात्र शामिल हुए थे, जो पिछले साल की तुलना में 2.45% अधिक है।
- इस साल पासिंग प्रतिशत 82.91% रहा है, जो पिछले साल के 80.74% से 2.17% अधिक है।
- इस साल 51 छात्रों ने टॉप 10 में जगह बनाई है, जिनमें से 28 लड़के और 23 लड़कियां हैं।
- टॉप 5 में 3 लड़कियों ने जगह बनाई है, जो पिछले साल की तुलना में 1 अधिक है।
- बिहार बोर्ड जल्द ही अन्य टॉप रैंकर्स की भी पूरी सूची जारी करेगा।
यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक प्रवृत्ति है कि बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में पासिंग प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। यह छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।
यह भी उल्लेखनीय है कि इस साल टॉप 10 में लड़कियों की संख्या में वृद्धि हुई है। यह लैंगिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हम सभी छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई देते हैं और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं।